Friday, August 20, 2010

मेरे भैया .....रानीविशाल

आज जब देश के हर घर में बहनें भाइयों की कलाई पर अपने प्यार और विश्वास को रेशम के खुबसूरत धागे में संजो कर बाँध रही हैं और भाई भी पुरे आत्मप्रेम और निष्ठा के साथ आस्था के इस अटूट बंधन को अपनी कलाइयों पर सजा कर अभिभूत हो रहे हैं.....वहीँ कुछ और हम जैसे भाई बहन भी है जो आज के दिन भी दूर हैं लेकिन हम सभी जानते हैं की यह दूरी सिर्फ भौगोलिक दूरी ही हैं।
भावनाएँ कभी दूरियों की मोहताज नहीं रही ...फिर भी आज के दिन जब इस दूरी का ख्याल मन में आया तो मन द्रवित हो गया ......आँखों से बहते प्रेम के साथ जो भाव बहने लगे उन्होंने कविता का रूप लिया .....

आज होगी सुनी तुम्हारी कलाई
जब यह याद मुझे आई
दिल को जाने क्या हुआ
मेरी आँख भर आई
दिल से निकली ये दुआ
चाहे दूर रहो तुम
या मेरे पास रहो
जहाँ भी रहो न उदास रहो
चाँद तारों सी रोशन हो दुनिया तुम्हारी
वो मंज़िल मिले जो तुमको हो प्यारी
न संघर्ष मिले, ना आए मुश्किलें
तरसे सफलता तुम्हारे लिए ....
ये उम्मीदों की डोर
जनम का बंधन हैं
जिसका मोल न कोई
गहना, साड़ी या कंगन हैं
याद तो तुम्हे भी आरहे होंगे
दिन वो सुहाने
ढेरों शरारते और बीसों बहने
वो हँसना, वो रोना, वो झगड़ा पुराना
जो मेरे आँसू बहे तो कोहराम मचाना
ओ भैया मेरे तुम हो
ज़माने भर की खुशियों से प्यारें
सदा जगमगाते रहें मेरे आँखों के तारे ....


चलते चलते इस पवित्र प्रेम को बखूबी बयां करता यह गीत जो हमेशा से मैं अपने तीनो भैया को याद कर गुनगुनाया करती हूँ .....सच कहूँ तो मैं क्या दुनिया की सभी बहने अपने भाइयों के लिए यही सोचती हैं ।

आप सभी को रक्षाबंधन की ढेरों शुभकामनाए !!



40 comments:

Udan Tashtari said...

सुन्दर..भावपूर्ण!


रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ.

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

बढिया प्रस्‍तुति .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

सुंदर रचना के लिए आभार
रानी जी आपको श्रावणी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।

बधाईयां

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

बहुत बढ़िया, आपको भी रक्षाबंधन पर्व की मंगलमय कामना !

संगीता पुरी said...

बहुत भावनात्‍मक अभिव्‍यक्ति .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !!

Urmi said...

रक्षाबंधन पर हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
बहुत खूब लिखा है आपने! गहरे भाव के साथ लिखी हुई उम्दा रचना !

शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' said...

”हम जैसे भाई बहन भी है जो आज के दिन भी दूर हैं लेकिन हम सभी जानते हैं, कि यह दूरी सिर्फ भौगोलिक दूरी ही हैं”
सच कहा है रानी जी, फ़ासलों कभी भी रिश्तों के अहसास को कम नहीं कर सकते...
बहुत अच्छी रचना है...बधाई.
रक्षाबंधन पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.

Yashwant Mehta "Yash" said...

रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !

Mithilesh dubey said...

रक्षाबंधन की ढेरों शुभकामनाए !!

डॉ टी एस दराल said...

सुन्दर भावपूर्ण रचना ।
रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें ।

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

बहुत भावपूर्ण और सुन्दर रचना ....रक्षाबंधन पर शुभकामनायें

Sunil Kumar said...

सुंदर भावाव्यक्ति बधाई रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !

वन्दना अवस्थी दुबे said...

सुन्दर रचना, सुन्दर गीत के साथ... रक्षाबन्धन की शुभकामनाएं.

संजय भास्‍कर said...

बढिया प्रस्‍तुति .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !

संजय भास्‍कर said...

आपको भी रक्षाबंधन पर्व की मंगलमय कामना !

चला बिहारी ब्लॉगर बनने said...

रानी जी..एकदम हमरे मन का बात आप लिख दी हैं...मन भर आया..अऊर ई गीत त बहुत पसंद है हमको... मीना कुमारी का अदाकारी,साहिर का सायरी,रवि का संगीत अऊर आसा जी का आवाज़..कुल मिलाकर बहुत अच्छा लगा यहाँ आकर!!

राजीव तनेजा said...

सुन्दर रचना...रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ

Nitin said...

We are always togather.

Love you!

your brother.

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत सुंदर और भावपुण रचना, रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं.

रामराम.

समयचक्र said...

भावपूर्ण प्रस्‍तुति ..रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ...

Arvind Mishra said...

सात समुन्दर पार भी वही अटूट रिश्ता !

स्वप्न मञ्जूषा said...

बढिया प्रस्‍तुति .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !

राज भाटिय़ा said...

आप को राखी की बधाई और शुभ कामनाएं.
बहुत सुंदर रचना ओर बहुत ही मधुर गीत भी, धन्यवाद

VIJAY KUMAR VERMA said...

bahut hee sundar rachna ...hatdik badhai ....kabhi samay mile to mere blog par aapka svagat hai

हरकीरत ' हीर' said...

भाई के लिए एक बहन की दुआएं .....सदा यूँ ही चलती रहे ....
दूर बैठी बहन की ये रचना अनमोल तोहफा है ....
आपको ये शुभ दिन मुबारक हो .....!!

पद्म सिंह said...

खूबसूरत प्रस्तुति .... रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ

पद्म सिंह said...

खूबसूरत प्रस्तुति .... रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ

Akshitaa (Pakhi) said...

ओ भैया मेरे तुम हो
ज़माने भर की खुशियों से प्यारें
सदा जगमगाते रहें मेरे आँखों के तारे ....
...रक्षाबंधन पर कित्ती प्यारी कविता...रक्षाबंधन तो कित्ता प्यारा त्यौहार है...ढेर सारी बधाइयाँ.
______________________
"पाखी की दुनिया' में 'मैंने भी नारियल का फल पेड़ से तोडा ...'

अरुणेश मिश्र said...

भावपृर्ण अभिव्यक्ति ।

सदा said...

ज़माने भर की खुशियों से प्यारें
सदा जगमगाते रहें मेरे आँखों के तारे .

भावनाओं को बहुत ही खूबसूरत शब्‍दों से सजाया है आपने, सुन्‍दर अभिव्‍यक्ति के साथ, इस पर्व की ढेरों शुभकामनायें ।

vijay kumar sappatti said...

BAHUT HI SUNDAR RAAKHI KE AVSAR PAR LIKHI HUI KAVITA .. MAN KO CHOO GAYI AUR DIL ME UTAR GAYI ...

BADHAYI

VIJAY
आपसे निवेदन है की आप मेरी नयी कविता " मोरे सजनवा" जरुर पढ़े और अपनी अमूल्य राय देवे...
http://poemsofvijay.blogspot.com/2010/08/blog-post_21.html

Razi Shahab said...

sundar ati sundar

MANTHAN......vicharo ka said...

हृदयस्पर्शी रचनाएं है काफी....उम्मीद करता हूँ कि आप एक अच्छी कवयित्री बनेंगी और अपना मुकाम हासिल करेंगी....



शुभकामनाएं

MANTHAN......vicharo ka said...

काफी हृदयस्पर्शी रचनाएं करती है आप...आशा करता हूँ कि आप अपना मुकाम जरुर कायम करेंगी जिसकी आप चाहत करतीं है...


शुभकामनाएं

डॉ. मोनिका शर्मा said...

सुन्दर भावपूर्ण रचना..... सुन्दर गीत... के लिए आभार
रक्षा बन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ आपको भी!

ZEAL said...

.
रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ...

Sartaj Mohd Shakeel said...

रक्षाबंधन पर हार्दिक शुभकामनाएं,

SATYA said...

भावपूर्ण रचना.

अंजना said...

सुन्दर अभिव्यक्ति ।

#vpsinghrajput said...

इस सुंदर कविता के लिये आप का धन्यवाद