याद मुझे आते है नाना ...
नानी माखन मिश्री खिलाए
मामी , मामा , छोटा भैया
खूब शरारती बड़ा लड़ैया
हिन्दी काव्य संग्रह .......
ना वजूद कुछ मेरा बचा , ना हस्ती रही तेरी
कुछ इस तरह से प्यार की, बस्ती में खो गए
गुलाबों सी नर्मिया, महसूस होती है कदमो तले
कि दो हाथ उठाते है, दुआ में मेरे लिए
ख्वाइश है युही शामिल, रह जाए तेरे अपनो में
फिर आकर तुझे सताए ,हर रात तेरे सपनों में
जी तो रहे थे अब तक, जिंदगी से अब मिले
बदनाम थे गलियों के ,अब नूर-ऐ-नजर हो चले