अहसासों का इक बंधन
जहाँ बिन बोले हीसुनाता है मन ....
न नज़र मिले,न ख़बर मगर
दिल का दर्द
समझ में आता है
दुःख में दुःख
खुशियों से खुशियाँ
मुश्किल में मन घबराता है
न कहे कभी
पर दिल के गीले
शब्द सुनाई देते है
मिले नहीं पर रूह के
रूखे ज़ख्म
दिखाई देते है
तन्हाई के
चुभते पलों में
मन में मख़मल सा
अहसास लगे
दुरी मीलों की फिर भी
हर पल दिल को
दिल के पास लगे ...
इस रिश्ते का
कोई नाम नहीं
मगर दुआओं का
हिस्सा-नाता है
भला- बुरा
सब सच्चा लगे
जब कोई मन से
मन को भाता है
अनुभूतियों के
कोमल धागे को
और कितने
नए आयाम दें ....
मन से मन के
इस नाते को
मन सोचता है
क्या नाम दें ??
33 comments:
न कहे कभी
पर दिल के गीले
शब्द सुनाई देते है
मिले नहीं पर रूह के
रूखे ज़ख्म
दिखाई देते है
तन्हाई के
चुभते पलों में
मन में मख़मल सा अहसास लगे दुरी मीलों की फिर भी हर पल दिल को दिल के पास लगे ...
इस रिश्ते का
कोई नाम नहीं
मगर दुआओं का
हिस्सा-नाता है
भला- बुरा
सब सच्चा लगे
जब कोई मन से
मन को भाता है
बहुत नाज़ुक एहसास की खूबसूरत प्रस्तुति
अनुभूतियों के
कोमल धागे को
और कितने
नए आयाम दें ....
मन से मन के
इस नाते को
मन सोचता है
क्या नाम दें ?
बेहतर है, कि कोई नाम न दें. बहुत सुन्दर कविता.
अनुभूतियों के
कोमल धागे को
और कितने
नए आयाम दें ....
मन से मन के
इस नाते को
मन सोचता है
क्या नाम दें ??
बहुत ही कोमल भाव, शुभकामनाएं.
रामराम.
बहुत खूबसूरत ... वाह
बिना नाम दिए
जो नाता हो
और अपने मन को
भाता हो
एहसास की
कोमल दूब पर जैसे
शबनम का
गीलापन आता हो
इस जज़्बात को कोई
नाम न दो ....
बहुत भाव प्रवण रचना ....सारे एहसास मन तक पहुंचे ..
भावों का कोमल रिश्ता, क्या नाम देंगे?
किसी नाम का मोहताज नहीं है
अहसासों का इक बंधन...
और इस बंधन को खूबसूरत अल्फ़ाज़ में पिरोने का फ़न...
इस दिल को छूने वाली रचना के लिए मुबारकबाद.
बढ़िया भाव भरी रचना!
बहुत सुंदर रचना.ऐसी रचनाएं साहित्य की प्यास बुझाती हैं।
@इस रिश्ते का
कोई नाम नहीं
मगर दुआओं का
हिस्सा-नाता है
भला- बुरा
सब सच्चा लगे
जब कोई मन से
मन को भाता है ..
बेहतरीन प्रस्तुति,आभार.
अंतस को दुलराती एक कोमल रचना!!
बहुत सुंदर प्रस्तुति,आभार
मन से मन के
इस नाते को
मन सोचता है
क्या नाम दें ??
Bahut nafees,bhavuk rachana!
अनुभूतियों के
कोमल धागे को
और कितने
नए आयाम दें
ये अदभुत है
"मन में मख़मल सा
अहसास लगे
दुरी मीलों की फिर भी
हर पल दिल को
दिल के पास लगे .."
सच कह रहीं हैं ....मन से मन के रिश्ते को कोई नाम नहीं दिया जा सकता ......जब दिल पास हों तो ये मीलों की दूरियां खत्म हो जाती हैं.
बार बार पढ़ने को मजबूर करती बहुत ही प्यारी कविता.
सादर
सुन्दर भावपूर्ण कविता -प्यार को प्यार ही रहने दें इसे कोई नाम न दें ! :)
इस रिश्ते का
कोई नाम नहीं
मगर दुआओं का
हिस्सा-नाता है
भला- बुरा
सब सच्चा लगे
जब कोई मन से
मन को भाता है
बिल्कुल सही...... अंतर्मन के अहसास लिए एक भावप्रवण रचना .....
अनुभूतियों के
कोमल धागे को
और कितने
नए आयाम दें ....
मन से मन के
इस नाते को
मन सोचता है
क्या नाम दें ??
..ek sarwang sunder rachana ..jo aheshash ki anubhuti karwati hai ..badhai is sunder rachana ke liye
---- eksacchai { aawaz }
http://eksacchai.blogspot.com
रिश्तों को नाम न दें तो कैसा रहे....
bhut khoob....
अनाम रिश्ते कभी बासी नहीं होते क्योंकि किसी नाम में बँध कर नहीं रह जाते !
rani ji
xhma kijiyega bahut dino baad aapke blog par aai hun kuchh swasthy ke theek na hone se.
bahut hi behatreen v gahre ahsaaso se bhari aapki kavita behad pasand aai .
aapne bilkul sach likha hai jo dil se juda hota hai vo paas rahe ya duur uske har sukh -dukh har lamhe ka ahsaas dono ko hi hota hai.bahut shandaar tareeke se aapne in jajbaato ko abhvyakt kiya hai .
bahut bahut badhai
poonam
आदरणीय रानी दीदी
बहुत नाज़ुक एहसास की खूबसूरत प्रस्तुति
खूबसूरत रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई।
बहुत ही खुबसुरती से गढ़ा है भावों को...लाजवाब....बहुत ही सुंदर।
अनुभूतियों के
कोमल धागे को
और कितने
नए आयाम दें ....
मन से मन के
इस नाते को
मन सोचता है
क्या नाम दें ??
Bahut khoob...bahut accha likha hai aapne.main itna hi kah sakta hun...
Man se man ke naate ka koyi naam nahi hota,
iss azeeb se rishte ka koyi aayam nahi hota,
ye anubhuti bahut hi varal hai kisi kisi ko milti hai,
jisko milti uske liye iska koyi daam nahi hota.
bahut dino ke baad aa raha hoon ,. sorry ji ..
aapne bahut accha likha hai , man ko choo gayi ..
badhayi sweekar kare..
---------
मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .
आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.
"""" इस कविता का लिंक है ::::
http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html
बहुत सुंदर प्रस्तुति| धन्यवाद|
seedhi man par asar chhodti rachna.
आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!
न कहे कभी
पर दिल के गीले
शब्द सुनाई देते है
bahut sundar kavita.
आप को सपरिवार होली की हार्दिक शुभ कामनाएं.
सादर
इस रिश्ते का
कोई नाम नहीं
मगर दुआओं का
हिस्सा-नाता है
भला- बुरा
सब सच्चा लगे
जब कोई मन से
मन को भाता है
अनुभूतियों के
कोमल धागे को
और कितने
नए आयाम दें ....
मन से मन के
इस नाते को
मन सोचता है
क्या नाम दें ?
bahut hi komal bhav ,sundar rachna .
holi ki bahut bahut badhai aapko .
बहुत सुन्दर कविता लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!
आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!
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