Friday, August 13, 2010
चलो ऐसा हिन्दुस्तान बनाए........... और एक वीडियो
ये वक्त नया है
नया साज़ ले
सब मिलकर
नई एक तान बनाए
नफ़रत का हो अब
नाश सदा को
स्वर अमन के
हरसू छा जाएं
नए जोश से
बढकर आगे
हम अपनी मंज़िल को पाएँ
अन्न मिले
भूखे पेटों को
और नन्हे हाथ कलम उठाए
अज्ञान मिटे
सब भ्रम भी हटे
घर घर तक सब तकनीके जाएं
जहाँ प्रेम धर्म हो
प्रेम ही जाती
चलो ऐसा हिन्दुस्तान बनाए
आओं ऐसा हिन्दुस्तान बनाए !!
जय हिंद
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{देखा मम्मी ....आपने }
आदरणीय ताउजी और गिरीश भाईसाहब के आग्रह पर अनुष्का की वर्तमान शरारतों से आपका परिचय करने के लिए ये वीडियो दिखा रही हूँ । यह लॉस एंजिलिस में हमरे होटल के पास ही चल रहे समर केम्प का है । जहाँ जाकर अनुष्का की मस्ती और भी परवान चढ़ गई है ।
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21 comments:
जहाँ प्रेम धर्म हो
प्रेम ही जाती
चलो ऐसा हिन्दुस्तान बनाए
आओं ऐसा हिन्दुस्तान बनाए !!
बहुत सुन्दर सोच है आपकी...
आपकी अनु तो मेरी रिमझीम जैसे ही शरारती लगती है !
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http://rimjhim2010.blogspot.com/
काश यह सपना जल्दी ही पूरा हो और ऐसा हिन्दुस्तान बन सके ..
अनु को बहुत सी शुभकामनायें ...
आओं ऐसा हिन्दुस्तान बनाए !!
वाकई अगर ऐसा हिन्दुस्तान बन पाये तो...
अनुष्का ने तो खूब मस्ती की
काश ……………॥ये सपना सच हो जाये।
jab tak sapne nahi dekhenge kuch poora nahi hoga..
isliye sapna dekhna hi chahiye..
bahut sundar..
जब तक देश के भ्रष्ट लोगों का काला धन बाहर नही आएगा। तब तक साधन और सुविधाओं की बात बेमानी है।
अच्छी पोस्ट
आभार
यह रचना हमें नवचेतना प्रदान करती है और नकारात्मक सोच से दूर सकारात्मक सोच के क़रीब ले जाती है।
रानी जी..अगर ई सपना है त बहुत सुंदर सपना है... अऊर सकसच हो जाए त अऊर भी सुंदर हो जाएगा! आमीन!!
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई!!!!!
ऐसा ही हिन्दुस्तान बने ...आमीन .!
बहुत खूबसूरत रचना .............स्वतंत्रता दिवस कि ढेर सारी शुभकामनाएं .
बहुत खूब
काश आप के सपने सच होते
अन्न मिले
भूखे पेटों को
और नन्हे हाथ कलम उठाए
अज्ञान मिटे
सब भ्रम भी हटे
घर घर तक सब तकनीके जाएं
जहाँ प्रेम धर्म हो
प्रेम ही जाती
चलो ऐसा हिन्दुस्तान बनाए
आओं ऐसा हिन्दुस्तान बनाए...
ये कामना और प्रार्थना ज़रूर असर लाएगी...
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं.
बहुत ही सार्थक रचना, अनुष्का की मस्ती देखकर तो आनंद आगया. अनुष्का को काजल का टीका जरूर लगा देना आज. बहुत प्यारी लग रही है.
रामराम.
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ.
रामराम.
अच्छी प्रस्तुति।
राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की शीघ्र उन्नति के लिए आवश्यक है।
मंगलवार 17 अगस्त को आपकी रचना ( एक कविता और कुछ दृश्य ) ... चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर ली गयी है .कृपया वहाँ आ कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ....आपका इंतज़ार रहेगा ..आपकी अभिव्यक्ति ही हमारी प्रेरणा है ... आभार
http://charchamanch.blogspot.com/
रानीविशाल जी आपको आजादी की 64वीं वर्षगाँठ मुबारक हो!
पोस्ट और वीडिओ बहुत बढ़िया रही!
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मेरे आजाद भारत को अब देखिए,
हो रहे कत्ल हैं बेसबब देखिए,
इस नई नस्ल को बेअदब देखिए,
कैसे आ पायेगा मुल्क में अब अमन।
उन शहीदों को मेरा नमन है नमन।।
बेहतरीन! बहुत ही सुन्दर!
बिटिया की खुशियां देख आल्हादित हूं !
आज़ उसे खेलते देखा अच्छा लगा जी
सादर
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