रोशन है कायनात दीवाली की रात है
उल्फ़त के दीप दिल में जलाओ तो बात है
उल्फ़त के दीप दिल में जलाओ तो बात है
नफ़रत की आग दिल में, जलाकर मिलेगा क्या
रोशन महल उन्हीं के हैं, जिनकी बिसात है
जगमग है एक ओर महल, और इक तरफ़
कुछ घर के दियों को तो अंधेरों से मात है
त्यौहार अधूरे से हैं, खुशियां हैं अधूरी
अपनों से अपने पास हों तो कोई बात है
दिल की तिजोरियों में रहे, प्यार की दौलत
बढ़ती है बाँट कर बहुत, ये वो सौग़ात है
जलने लगे उल्फ़त के दीये, अमन के चिराग़
तब मान लीजिये कि, दीवाली की रात है
चाहत बुलंदियों की, कहां लेके आ गई
मुश्किल सफ़र है 'रानी' और कोई न साथ है
47 comments:
बहुत ही सुंदर लिखा है आपने.... दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें
बहुत ही सुन्दर कविता...आपको दिवाली की शुभकामनाएं...मेरी रचनाओं को भी आपका इंतज़ार है...
Sundar gazal,
DIPAWALI ki hardik shubh kamnayen.
Suna hai aap ab blagars se nahee baat karanaa chahatee bahar haal jo bhee ho
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
बहुत ही सुंदर कविता.....दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
त्यौहार अधूरे से हैं, खुशियां हैं अधूरी
अपनों से अपने पास हों तो कोई बात है
बहुत खूब .. सच है असली त्यौहार तो तभी होते हसीन जब अपने साथ होते हैं ...... खूबसूरत एहसास ......
आपको और आपके परिवार को दीपावली की शुभकामनाएं ....
chahat bulandiyon ki kahan leke aa gayi
mushkil safar hai rani koi na saath hai
achchha sher hai
shubh diwali
वाह क्या बात है!
दीपावली की ढेर सारी शुभकामना!
5.5/10
त्यौहार अधूरे से हैं, खुशियां हैं अधूरी
अपनों से अपने पास हों तो कोई बात है
प्रकाश-पर्व पर यह रचना वाकई रौशनी दे रही है. सहज शब्दों से सजी यह रचना अच्छी लगी.
बहुत अच्छी प्रस्तुति। दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई! राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है!
राजभाषा हिन्दी पर – कविता में बिम्ब!
बहुत ही सुंदर रचना जी धन्यवाद आप को भी दिवाली की शुभकामनाएं.
सुन्दर लिखा है आपने .दिवाली की ढेरों शुभकामनायें.
"नफ़रत की आग दिल में, जलाकर मिलेगा क्या
रोशन महल उन्हीं के हैं, जिनकी बिसात है"
बिलकुल सही बात कही है आपने.
आपको सपरिवार व आप के सभी मित्रों को दीपावली की शुभ कामनाएं.
जलने लगे उल्फ़त के दीये, अमन के चिराग़
तब मान लीजिये कि, दीवाली की रात है
बिल्कुल सही कहा।
दीप पर्व की हार्दिक बधाई।
त्यौहार अधूरे से हैं, खुशियां हैं अधूरी
अपनों से अपने पास हों तो कोई बात है
रानी साहिबा, सच कहा आपने
त्यौहार का आनन्द अपनों के साथ ही खुशियां देता है.
जलने लगें उल्फ़त के दीये, अमन के चिराग़
तब मान लीजिये कि, दीवाली की रात है
व्यापक संदेश देता शेर...
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.
सुन्दर रचना!
--
आपको और आपके परिवार को
ज्योतिपर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ|
दिल की तिजोरियों में रहे, प्यार की दौलत
बढ़ती है बाँट कर बहुत, ये वो सौग़ात है
बहुत सुन्दर लिखा है ।
दीपवाली की हार्दिक शुभकानाएं ।
नफ़रत की आग दिल में, जलाकर मिलेगा क्या
रोशन महल उन्हीं के हैं, जिनकी बिसात है
जगमग है एक ओर महल, और इक तरफ़
कुछ घर के दियों को तो अंधेरों से मात
बहुत खूबसूरत रचना ....अच्छा सन्देश देती हुयी
दीपावली की शुभकामनायें ...
सुन्दर रचना, त्योहार की शुभकामनायें।
बेहद भावपूर्ण अभिव्यक्ति..
त्यौहार अधूरे से हैं, खुशियां हैं अधूरी
अपनों से अपने पास हों तो कोई बात है
बहुत खूब. इतनी खूबसूरत रचना पढवाने के लिये धन्यवाद. दीपावली की अनेक शुभकामनाएं.
अच्छी रचना, सुंदर प्रस्तुति . दीपावली की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं .
बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपको और आपके परिवार में सभी को दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ! !
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
बहुत सुन्दर!!
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल 'समीर'
बेहद खूबसूरत कविता...
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!
मैनें शायद आपकी पहली ग़़ज़़ल पढ़ी है जो पहली जैसी नहीं लगती। बहुत खूबसूरत है।
ग़़ज़़ल में जब आदमी स्वयं से निकल कर सार्वजनिक सरोकार कहने लगता है तब शायद वह स्वयं को सृजन के महत्व को समझने योग्य मान सकता है।
जलने लगे उल्फ़त के दीये, अमन के चिराग़
तब मान लीजिये कि, दीवाली की रात
बहुत खूबसूरत बात कही आपने। बधाई।
दीपोत्सव पर आपको व आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनायें।
इतनी सारी टिप्पणियाँ आ गयी है जब,
फिर अकेले हुए कैसे ? ये क्या बात है ?
दीपावली मानाइये, ख़ुशी ख़ुशी आप,
ऊपर वाले से हमारी यही दरख्वास्त है...
लिखते रहिये ....
जलने लगे उल्फ़त के दीये, अमन के चिराग़
तब मान लीजिये कि, दीवाली की रात है
बहुत खूब लिखा है.सार्थक अभिव्यक्ति.
प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
sundar rachna!
deepotsav ki shubhkamnayen!
रानी जी,
इस ग़ज़ल का मत्अला सर्वाधिक पसंद आया-
"रोशन है कायनात दीवाली की रात है
उल्फ़त के दीप दिल में जलाओ तो बात है"
आपको बधाई...!
दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें...
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मेरा पोर्ट्रेट ......My portrait
जगमग है एक ओर महल, और इक तरफ़
कुछ घर के दियों को तो अंधेरों से मात है
...
बहुत ही खूबसूरत गज़ल..मन को छूनेवाले भाव...दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएं
दीपावली के इस शुभ बेला में माता महालक्ष्मी आप पर कृपा करें और आपके सुख-समृद्धि-धन-धान्य-मान-सम्मान में वृद्धि प्रदान करें!
wish u a happy diwali and happy new year
दीपावली की असीम-अनन्त शुभकामनायें.
सुन्दर कृति के लिए साधुवाद । दीपोत्सव पर शुभकामनाएं।
achchhe sher bane hain,badhai aapko. isi tarah ka lekhan blog-jagat ko shikhar tak le ja sakata hai.
त्यौहार अधूरे से हैं, खुशियां हैं अधूरी
अपनों से अपने पास हों तो कोई बात
बहुत ही सुंदर ,दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
"रोशन है कायनात दीवाली की रात है
उल्फ़त के दीप दिल में जलाओ तो बात है"
वाह बहुत खूब ....!!
आपके शे'र को पढ़कर उस गीत की पंक्तियाँ याद आ गई .....
कहने वाले तू भी कह जा , जो दिल की बात है .....
दीपावली का त्यौहार आप, सभी मित्र जनो को परिवार को एवम् मित्रो को सुख,खुशी,सफलता एवम स्वस्थता का योग प्रदान करे - इसी शुभकामनओ के साथ हार्दिक बधाई। - आशू एवम परिवार
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- Ashish (Ashu)
दीपावली की शुभकामनायें ...
सराहनीय लेखन....हेतु बधाइयाँ...ऽ. ऽ. ऽ
चिठ्ठाकारी के लिए, मुझे आप पर गर्व।
मंगलमय हो आपको, सदा ज्योति का पर्व॥
सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी
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अपनों से अपने पास हों तो कोई बात !!!
दिवाली पर बहुत सुंदर है ये कविता ! त्योहारों में अपने बेहद याद आते हैं ! अनंत शुभकामनायें !!!!
देर बाद आयी लेकिन रचना का भरपूर आनन्द उठाया। बधाई सुन्दर रचना के लिये।
"रोशन है कायनात दीवाली की रात है
उल्फ़त के दीप दिल में जलाओ तो बात है"
वाह क्या मत्ला है.
आप तो बहुत अच्छी ग़ज़ल कह लेती हैं.देर से आपके ब्लॉग को देख पाया अतः देर से ही सही "दीपावली की बधाई".
कुँवर कुसुमेश
ब्लॉग:kunwarkusumesh.blogspot.com
khoobsurat rachna.
रानी विशाल जी ,
आपकी ग़ज़ल में मानवीय संवेदना के भाव बड़ी ही प्रभावी रूप में अंकुरित हुए हैं !
दीपावली पर इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है !
दीपावली की अनंत शुभकामनायें!
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
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