मेरी नन्ही परी अनुष्का
लोग कहते हैं कि गुज़रा ज़माना कभी लौट कर आता नहीं
लेकिन तेरी हर शरारत में अपना बचपन मैं जिया करती हूँ
यूँ तो कर देते हैं बैचेन छुपे हुए कुछ गम जो यादों में मेरी
पर तेरी नटखट सी हँसी इस जीवन में सुकून भर देती हैं
ना देखा हैं कभी भी कही उस खुदा का चहरा मैंने
तेरे चहरे में उस खुदा की इबारत ही नज़र आती हैं
इक पल में ही पा लेती हूँ ज़मीं पर ज़न्नत की ख़ुशी
जब तेरी नाज़ुक उंगलियाँ मेरे गालों को सहलाती हैं
जब भी तेरे नन्हे कदम मेरे आँगन में थिरक उठते हैं
झरने लगते हैं फूल कई और हवाएं भी गुनगुनाती हैं
चहक उठती हूँ मैं मिल जाता हैं करार दिल को
जो तू आकर अचानक मेरे सीने से लिपट जाती हैं
ऐसा लगता हैं जैसे "खुदा का नूर" मुझमे आ समाया हैं
जब तू अपने कोमल लबों से मुझे "माँ" कह कर बुलाती हैं
लेकिन तेरी हर शरारत में अपना बचपन मैं जिया करती हूँ
यूँ तो कर देते हैं बैचेन छुपे हुए कुछ गम जो यादों में मेरी
पर तेरी नटखट सी हँसी इस जीवन में सुकून भर देती हैं
ना देखा हैं कभी भी कही उस खुदा का चहरा मैंने
तेरे चहरे में उस खुदा की इबारत ही नज़र आती हैं
इक पल में ही पा लेती हूँ ज़मीं पर ज़न्नत की ख़ुशी
जब तेरी नाज़ुक उंगलियाँ मेरे गालों को सहलाती हैं
जब भी तेरे नन्हे कदम मेरे आँगन में थिरक उठते हैं
झरने लगते हैं फूल कई और हवाएं भी गुनगुनाती हैं
चहक उठती हूँ मैं मिल जाता हैं करार दिल को
जो तू आकर अचानक मेरे सीने से लिपट जाती हैं
ऐसा लगता हैं जैसे "खुदा का नूर" मुझमे आ समाया हैं
जब तू अपने कोमल लबों से मुझे "माँ" कह कर बुलाती हैं
39 comments:
क्यों झूठ बोलती हैं आप.. ये भी कोई परी है??? ये तो परियों की राजकुमारी लगती है.. :) सुन्दर रचना..
बहुत प्यारी बच्ची है...और गीत भी बहुत सुन्दर.
अनुष्का को ढेर आशीष और आपको बधाई.
बिल्कुल सही बच्चों के साथ अपना बचपन वापिस आ जाता है, हम अपना बचपन भूल जाते हैं पर उनके साथ वापिस वही दौर जी लेते हैं।
अनुष्का बिटिया को बहुत सारा प्यार !!
जब भी तेरे नन्हे कदम मेरे आँगन में थिरक उठते हैं
झरने लगते हैं फूल कई और हवाएं भी गुनगुनाती हैं,
बेटी आंगन की गौरया है, जो दिन भर इधर-उधर फ़ुदकते रहती है,
सुंदर काव्य
होली की शुभकामनाएं
आभार
लोग कहते हैं कि गुज़रा ज़माना कभी लौट कर आता नहीं
लेकिन तेरी हर शरारत में अपना बचपन मैं जिया करती हूँ...
बेहद खूब सूरत और यथार्थ परक रचना.
बिटिया को नजर न लगेबहुत प्यारी है.
अनुष्का को ढेर सारा प्यार ...
सुन्दर रचना
इक पल में ही पा लेती हूँ ज़मीं पर ज़न्नत की ख़ुशी
जब तेरी नाज़ुक उंगलियाँ मेरे गालों को सहलाती हैं
परी सी प्यारी बिटिया की सहलाहट जन्नत की खुशी ही तो देगी
बिटिया को प्यार
ममत्व की कोमल भावनाओं से संवारी प्यारी सी रचना....मन को सुकून देने वाली प्यारी अनुष्का को शुभकामनायें और आशीर्वाद
बहुत स्वीट
अनगिनत शुभकामनाएं परी को और आपके शब्द तो हैं ही खास.
aapko ishwar ki sarvottam bhent, geet sundertam.
चहक उठती हूँ मैं मिल जाता हैं करार दिल को
जो तू आकर अचानक मेरे सीने से लिपट जाती हैं
शायद ये दुनिया की सब से बडी खुशी है जिस का आनन्द लेने का सौभाग्य केवल माँ को मिला है। और आपकी इस सुन्दर परी को बहुत बहुत आशीर्वाद। बहुत अच्छी लगी ये कविता। शुभकामनायें
namaskaar ji,
shastri ji ke zariya aapke blog par aana hua....
kehne ka dill kar raha hai ki pariyon ki raajkumaari aapke paas hai aur saath he aapne jo varnan kiya hai geet roopi, ati uttam.
bahut he badhiya...
cheers!
surender
http://shayarichawla.blogspot.com/
bahut bahut sweet bachhi hai .....anushka ko dher sara pyar ......deepak bahi ne sahi kaha ye to paryion ki raaj kumari hai ..........
दीदी स में अनुष्का तो परी है है , जितनी सुन्दर ये दिख रही है उतनी अच्छी ये बात भी करती है, अभ कल ही जब मैंने इससे बात की तो जैसे मुझे मामा बोली बहुत ही अच्छा लगा , अनुष्का को उज्वल भविष्य की शुभकामाएं ।
बहुत सुन्दर रचना हे ये ||
\
आखिर बेटियां होती भी पारी ही हे ये बात आप ने अपनी कलम से सिद्ध कर दी
शेखर 'कुमावत'
अनुष्का को ढेर सारा प्यार ...
सुन्दर रचना
अनुष्का को उज्वल भविष्य की शुभकामाएं ।
child looks is pleasure as we never know the facw of god
child looks is pleasure as we never know the face of god
"किसी ने सही ही कहा था कि इस दुनिया में केवल तीन चीज़े दिलचस्प होती हैं संत,चिड़िया और बच्चे.."
प्रणव सक्सैना
amitraghat.blogspot.com
बहुत प्यारी बच्ची है.. कविता भी अच्छी है…
:) :)
बड़ी प्यारी सी है अनुष्का स्नेहाशीष!
maa ke dil k komal ehsas badi pakeezgi se rachna me dhal gaye hai..
aap aur apki beti sada inhi ehsaso se sukoon paye. badhayi.
मां के दिल की बात आपने बहुत खूबसूरती से रखी । अनुष्का है ही इतनी प्यारी .
अनुष्का ने सभी का मन मोह लिया
मुझे उसे गुदगुदी करने का मन कर रहा है
आपका पोस्ट आपके ममता की तश्वीर बना रहा है बेशक माँ बच्चों की भगवान होती है ...
अनुष्का बाबा को बहुत सा प्यार दुलार
बहुत प्यारी बिटिया है , अनुष्का ।
उतना ही प्यारा ममता भर गीत लिखा है आपने ।
बिटिया को ढेर सारा प्यार।
होली की हार्दिक शुभकामनायें।
इस नूर परी को ढेरों प्यार .....!!
बहुत सुंदर गीत, मां बिटिया दोनो ही प्यारी सी गुडियायें लग रही है. बहुत आशीष प्यार.
रामराम.
सुन्दर गीत के लिए बधाई!
अनुष्का जी को शुभाशीष!
kuchi kuchi anusha
बहुत प्यारी कविता ...
कोमल एह्सास से भरी
फूल से चेहरे वाली गुडिया को प्यार ...
---- राकेश वर्मा
रानी विशाल साहिबा, आदाब
मासूम...फ़रिश्ते जैसी बिटिया..और इसके लिये आपकी ममतामयी रचना...इस मुकाम पर शब्द बहुत छोटे होंगे...चाहे जो भी कहा जाये..कम होगा.
...... तेरी हर शरारत में अपना बचपन मैं जिया करती हूँ
इक पल में ही पा लेती हूँ ज़मीं पर ज़न्नत की ख़ुशी
जब तेरी नाज़ुक उंगलियाँ मेरे गालों को सहलाती हैं
वो गीत याद आ गया-
तेरे रूप में मिल जायेगा...मुझको???
बचपन....हां...ये ठीक रहेगा... भावनाओं के लिये.
aapki yah post mujhe apki saari postoon se bahut hi achhi lagi kyon ki mein bhi do pyari si betiyon ki maan hun.apaki yah kavita is jivan ke sabase pavitra rishte kigaharai ko achharshh ujagar karati hai .hamaaripyari,gudiya anushka ko bahut sa pyar.
poonam
MERE GHAR AYI EK NANHI PARI....
BHAI BADI PYARI BACHI HEI....KHUDA KA NUR HEI CHERE MEI....BITIYA RANI KO DHER SHARA PYAR AUR ASHIRWAD, FAKIRA KI TARAF SE....
अनुष्का सच ही परी ही है ...
ये नन्ही परियां जीवन में कितने खुशिया लाती हैं ...ईश्वर का दिया सर्वोत्तम उपहार ...
इस प्यारी सी बिटिया को बहुत दुलार और उससे मिलवाने के लिए आपका आभार ...
कविता को तो भूल ही गयी मैं ...जिस कविता में परियों का जिक्र हो ...उसका बयान क्या करना ...!!
बहुत सुंदर फोटोस के साथ .सुंदर रचना.... बिटिया बहुत सुंदर है.... बिलकुल आप पर गई है..... बिटिया को ढेर सारा प्यार...
Bahut pyaree peree aur utanee hee pyaree rachana.......aur sabse pyaree inkee muskurahat.............
sabhee man ko bhaya.......aabhar......
मां के दिल की बात आपने बहुत खूबसूरती से रखी । अनुष्का है ही इतनी प्यारी .
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